नमस्कार साथी नागरिकों,
आज, भारत के 72वें गणतंत्र दिवस पर, हम अपने महान राष्ट्र की भावना का जश्न मनाने और उसका सम्मान करने के लिए एकत्रित हुए हैं। इस दिन, 1950 में, भारत का संविधान लागू हुआ, जिसने भारत को एक गणतंत्र बनाया और अपने नागरिकों को खुद पर शासन करने का अधिकार दिया।
जैसा कि हम पिछले वर्ष को प्रतिबिंबित करते हैं, हम अपने देश की प्रगति और उपलब्धियों पर गर्व कर सकते हैं। हमारे लोगों के लचीलेपन और दृढ़ संकल्प ने हमें चुनौतियों से पार पाने और मजबूत बनकर उभरने की अनुमति दी है।
लेकिन हमें यह भी स्वीकार करना चाहिए कि अभी बहुत काम किया जाना बाकी है। हमें अधिक न्यायसंगत और न्यायसंगत समाज बनाने का प्रयास करना चाहिए, जहां प्रत्येक नागरिक को सफल होने का समान अवसर मिले। इसके लिए सभी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
इस गणतंत्र दिवस पर, आइए हम एक मजबूत और अधिक समृद्ध भारत के निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करें। आइए हम मिलकर काम करने, एक-दूसरे की विविधता का सम्मान करने और अपने राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लें।
आइए हम उन लोगों के बलिदान को भी याद करें, जिन्होंने भारत की आजादी और आजादी के लिए संघर्ष किया। हम उन बहादुर पुरुषों और महिलाओं के लिए हमेशा आभारी हैं जिन्होंने हमारे देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
जैसा कि हम इस विशेष दिन को मनाते हैं, आइए हम भी जिम्मेदार नागरिक बनने, देशभक्त होने और एक मजबूत, स्वतंत्र और समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लें।
जय हिन्द!
वन्दे मातरम!
जय हिंद!